सोमा बिस्वास
লেখক / সংকলক : iPatrika Crawler
फूली
सोमा बिस्वास
गाँव में पंचों की सभा में फूली के लिए खूब छी –छी हो रहा है | दुनिया के सामने फूली ने गांववालों की नाक जो कटवा कर रख दिया था | फूली ने शहर में किसी बड़े नेता के तमंचे को छीन कर गोली मारकर मार डाला था | टी.वी. पर खास ख़बर में दिखाया जा रहा था ये कांड | लॉक-अप के अन्दर जब लेकर जा रहे थे , फूली के चेहरे पे डर-भय जैसा कुछ भी नहीं था |
ऐसी बेशर्म लड़की को तो हाथ लगने चाहियें पञ्च मिलकर भी उसका तो कुछ नहीं कर पाए थे | तब फैसला ये हुआ कि फूली के बदले में उसके माँ-बाप समेत पूरे परिवार का हुक्का पानी बंद करवा दें और गाँव से बाहर कर दें | क्योंकि फूली पहेले भी पति के घर से भागी थी. तब उसके पति ने माफ़ी मांग ली थी फूली के तरफ से | एकबार गलती माफ़ भी हो जाये पर बार-बार नहीं | ऊपर से किसी के खून करने जैसा जुर्म ? इसीलिए लड़कीजात को तो चूल्हे-चौके के अन्दर ही बांध कर रखना चाहिए | शादी से पहेले दो क्लास क्या पढ़ लिया था उसने शहरवाली दीदी से, खुद को तो कानून की देवी ही समझ लिया था उसने | पूरे गाँव की महिलओं को भड़काती थी ये बोलकर कि मर्द के बराबर हक़ चाहिए, सम्मान चाहिए | वह तो उसका पति इतना अच्छा निकला कि बीवी की तरफ से पंचों से माफ़ी मांग ली जब बीवी भागी थी |
आज तक दूसरी शादी भी नहीं की फूली के इंतज़ार में | इतना अच्छा पति भी रास नहीं आया था फूली को | घर लौटते समय गाँववाले यही चर्चा करते हुए जा रहे थे| उधर गाँव के एक किनारे पुराने टूटे हुए मंदिर के पीछे बैठे हुए गाँव के कुछ लफंगे पियक्कड़ बातें कर रहे थे –
"अब साली को पता लगेगा , जेल क्या होता है | साली मेरा लिंग काटकर भागी थी तब शर्म के मारे गाँव वालों के सामने उफ़ तक कर नहीं कर पाया था मैं | ऊपर से खुद की हालत छुपाने के लिए पंचों के सामने उस साली के लिए माफ़ी मांगने का नाटक भी किया था मैंने | "
"वो तो अच्छा हुआ था कि हम लोग तुझे दूर के अस्पताल में ले गए तो तेरी जान बच गयी |" दूसरा बोला.
" फूली थी तो एकदम चिता की धधकती आग. " तीसरा पियक्कड़ बोल उठा.
" आग ललकारती है, पास जाओ तो आखें झुलस जाये | साली ने कभी छूने तक नही दिया . "
ठर्रे का आखिरी घूँट अन्दर लेते हुए एक और ने कहा .
" देख भाई ! खुनी को आज नहीं तो कल फाँसी या उम्रकैद तो होगा ही | पर सौ टके की बात है कि
फूली ने जिसको गोली मारी है न ...... था तो वह पक्का लुच्चा ही |"